विलियम शेक्सपियर
इतिहास जिन अद्भुत महापुरुषों की व्याख्या सुनहरे अक्षरों में करता है। विलियम शेक्सपियर उन महापुरुषों में से एक हैं। विलियम शेक्सपियर इंग्लैंड के एक नाटककार, अभिनेता और एक महान कवि थे। विलियम शेक्सपियर को इंग्लैंड का राष्ट्रकवि या बार्ड ऑफ़ एवन (एवन शहर का कवि) भी कहा जाता है।
बाइबल के महान लेखकों के बाद विलियम शेक्सपियर ऐसे लेखक हैं जोकि अँग्रेजी भाषा के सबसे बड़े लेखक है और कुछ इतिहासकारों ने तो इनको ही दुनिया का सबसे महान लेखक माना है। इसकी वजह यह भी है की उनमें अत्यंत उच्चकोटी की सहायतक प्रतिभा थी। मानव ईश्वर से उन्हें वरदान मिला हो, तो चलिये जानते हैं उनके बारे मे –
विलियम शेक्सपियर की जीवनी – Biography of William Shakespeare
विलियम शेक्सपियर का जन्म 26 अप्रैल 1564 को इंग्लैंड के स्ट्रेटफोर्ड के एवन शहर में हुआ। शेक्सपियर की माँ का नाम Mary Arden और पिता का नाम John Shakespeare था। शेक्सपियर ने 18 वर्ष की उम्र में ऐनी हैथवे नामक लड़की से शादी कर ली।
विलियम शेक्सपियर ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा अपने ही शहर के एक स्थानीय स्कूल से की थी, लेकिन बाद में पिता की बढ़ती आर्थिक समस्याओं के कारण उन्हें पढ़ाई छोड़ कर छोटे-मोटे काम धन्धों में लगना पड़ा।
कुछ समय के बाद वह लंदन चले गए और वहाँ वे एक रंगशाला में नौकरी करने लगे लेकिन जल्द ही वे अभिनेता, लेखक और एक नाटक कम्पनी लार्ड चेम्बर्लेन के सदस्य बन गए और फिर वे वहाँ अभिनेता और नाटककार बन गए।
49 वर्ष की उम्र में शेक्सपियर वहाँ से रिटायर हो गए थे, कहा जाता है कि जब शेक्सपियर रिटायर हुवे तब वो बेहद धनी (अमीर) आदमी थे। 19 वीं सदी में स्ट्रेटफोर्ड के एवन शहर को शेक्सपियर के जन्म स्थान के रूप में तीर्थ का दर्जा दिया गया और शेक्सपियर को बार्ड ऑफ़ एवन की उपाधि दी गयी।
शेक्सपियर की लोकप्रियता का अंदाज़ा इससे ही लगाया जा सकता हैं कि आज इंटरनेट पर लगभग 16 करोड़ Web Pages इनसे संबन्धित हैं। शेक्सपियर ने अनेक रचनाएँ की, और अनेकों नाटक लिखें।
आज शेक्सपियर के सभी नाटकों का संसार के सभी प्रमुख भाषाओं में अनुवाद हो चुका है और आज भी आधुनिक नाटककर उनके द्वारा किए गए नाटकों का प्रदर्शन करते हैं। शेक्सपियर को कला के नियमों का भी अच्छा ज्ञान था।
शेक्सपियर की कल्पना जितनी प्रखर थी उतना ही गम्भीर उनके जीवन का अनुभव भी था, जहाँ एक ओर उनके नाटकों और उनके कविताओं से आनन्द की उपलब्धी होती है, वहीं दूसरी ओर उनकी रचनाओं से हमको गम्भीर जीवन दर्शन भी प्राप्त होता है।
संसार के इतिहास में ऐसे बहुत ही कम लेखक हुवे हैं जिनकी तुलना शेक्सपियर से कि जा सके।अंग्रेज़ी साहित्य आज जहाँ भी है उसमें शेक्सपियर का बहुत बड़ा योगदान है। 23 अप्रैल 1616 इस महान लेखक ने इस दुनिया को सदैव के लिए अलविदा कह दिया। लेकिन अपने द्वारा रचित अमर कृतयों से शेक्सपियर सदैव लोगों के दिलों में बसे रहेंगे।
»William Shakespeare Quotes in Hindi
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